अनोखी वसुंधरा


विज्ञान हमें आधुनिकता की ओर ले जाता है तथा इसी विज्ञान के जोर पर हम इंसानो ने काफी तरक्की की है । इसी विज्ञान के भरोसे हमने इस ब्रम्हांड का सच जानने की कोशिश कि । हम सभी को पता हे कि कई सारे वैज्ञानिक इस ब्रम्हांड की खोज करते आ रहे हैं , इसी कड़ी में एक शोध है हमारी ही जैसी किसी और सृष्टि की जानकारी हासिल करना तथा इस ब्रम्हांड में मौजूद किसी ऐसे ग्रह को खोज निकालना कि जिस पर सजीव सृष्टि की संभावना हो।  हम सभी जानते हैं कि पुरे ब्रम्हांड में कई सारे ग्रह तथा तारे मौजूदा हैं। हमें पता हे कि पृथ्वी पर जीवन मौजूद है उसी प्रकार इस पूरे ब्रम्हांड में कई ऐसे ग्रह मौजूद होंगे जीन पर सृष्टी या फिर यूं कहिए जीवन मोह युद्ध इसी को खोज निकालने में दुनिया के बहुत सारे वैज्ञानिक जुटे हुए हैं उसमें से अमेरिका की नासा तथा भारत से इसरो के लोग कई सारे वैज्ञानिक उपकरण से अन्य सृष्टि की खोज में जुटे हुए है, लेकिन आज तक किसी भी संस्था को या फिर वैज्ञानिकों को बाहरी ब्रहमांड में जीवन के अस्तित्व की जानकारी हासिल नहीं हो पाई है. हमने कई सारे अंतरिक्ष यान आकाश में भेजे हैं जो अब तक किसी भी जगह से जीवन की संभावना नहीं बता पाए है. ऐसा नहीं है कि इस पूरे ब्रहमांड में कहीं पे भी जीवन का अस्तित्व ना हो, लेकिन अब तक के संशोधन में यही पाया गया है कि हमें ऐसे किसी भी ग्रह की जानकारी नहीं है कि जिस पर जीवन मौजूद हो. तो इसका एक बहुत बड़ा मतलब निकलता है और वह यह है कि हमारी प्रथ्वी सूर्य ब्रहमांड में एक बहुत ही अनोखी एवम बहुमूल्य है. इस धरती पर सजीव और निर्जीव एक साथ रहते हैं और इसी पृथ्वी पर जीवन बनता है. हमारी सृष्टि भगवान ने हमें दिया हुआ एक बहुत ही अनमोल तोहफा है, लेकिन अगर ठीक से देखें तो आज हमें इस पृथ्वी पर गंदगी प्रदूषण और अन्य कई सारी चीजें नजर आती है. आज हमें पता हे कि हमारे समाज में बहुत सारी परेशानियां मौजूद है जैसे कि कई जगहों पर अकाल पड़ा हुआ है कई सारे मुल्कों में गरीबी है, गरीब लोगों को दो वक्त की रोटी नसीब नहीं हो रही है. कई जगह पर जात पात तथा धर्म भेद हे. इन सारी कठिनाइयों में से भी एक कठिनाई सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है और वह है प्रदूषण की समस्या. पर्यावरण प्रदूषण एक ऐसी बीमारी है कि जो धीरे-धीरे बढ़ती है और अगर उस पर ठीक से काम नहीं किया जाएं तो पूरी कायनात पर इसका असर पड़ने वाला है. प्रदूषण की समस्या बहुत ही जटिल है और जिसका समाधान ढूंढना बहुत ही मुश्किल तथा खर्चीला काम है. वैज्ञानिक नजरिये से देखा जाए तो इस पृथ्वी पर तीन तरह के प्रदूषण मौजूद है, पहला तो है वायु प्रदूषण यानी हवा प्रदूषण, दूसरा है पानी का प्रदूषण यानी जल प्रदूषण और तीसरा है मिटटी का प्रदूषण. अब हम अगले अंक में इस पर्यावरणीय समस्या के बारे में और जानकारी लेंगे, तथा देखेंगे कि यह प्रदूषण किस कारण होता है, कौन-कौन से पदार्थ किस तरह प्रदुषण को बढ़ाते हैं, कौन कौन सी चीजें हमें नहीं करनी चाहिए, इस प्रोब्लेम को हमें कैसे रोकना हे.
तब तक आप सभी वाचको का धन्यवाद्, ऐसेही मेरे ब्लॉग पर बने रहिये, नमस्कार!

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